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जाती

वैसे गांधीजी मोढ़ बनियोंकी जातिमें पैदा हुए हैं। पर वे खुद अपनेको क्या कहते हैं?

एक बार सरकाने उन पर राजद्रोहका मामला चलाया। अहमदाबादकी अदालतमें मुकदमेकी सुनवाई हो रही थी। अदालतमें न्यायधीश (मजिस्ट्रेट) अपराधीका नाम – पता पूछता ही है। गांधीजीसे भी पूछा गयाः

'आपका नाम क्या है?'

'मोहनदास करमचंद्र गांधी।'

'आप रहते कहाँ हैं?'

'सत्याग्रह आश्रम, साबरमती।'

'आप का पेशा क्या है?'

'किसानी और जुलहागिरी।'

यह आखिरी जवाब सुनकर न्यायाधीश सन्न रह गये ! जनता दंग रह गई !

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