गांधी : डाक टिकटों मे |
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महात्मा गांधी के ऊपर देश-विदेश में अनेक डाक टिकट, नोट सिक्के आदि का प्रकाशन एवं ढलाई हुई है। संग्रहकर्ताओं ने बापू से संबंधित अनेक डाक टिकटों, नोटों एवं सिक्कें का संकलन किया है। बंगलौर के डॉ. वी.एस. याल्विगी विगत पच्चीस वर्षों से गांधीजी से संबंधित विभिन्न डाक टिकटें सिक्के आदि का संग्रह करते आ रहे हैं। उन्होंने इन सामग्रियों की प्रदर्शनियाँ भी लगाई हैं। उनके पास दांडी मार्च, नमक सत्याग्रह, भारत छोड़ो आंदोलन पर प्रकाशित डाक टिकट भी हैं जो अब दुर्लभ हैं। उन्होंने देश-विदेश में प्रकाशित गांधी डाक टिकटों का एक संकलन भी प्रकाशित करवाया है, जिसमें भारत, ब्रिटेन, यूनाइटेड स्टेट, रूस, ऑस्ट्रेलिया एवं दक्षिण अफ्रीका आदि देशों के डाक टिकठ संकलित हैं। स्वतंत्रता के पचास वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में गांधी पर अनेक सिक्के भी जारी हुए और नोट भी। दो, पाँच, दस एवं सौ रुपए के नोट में गांधीजी मुद्रत हुए। दस रुपए के चाँदी के सिक्के में एक रुपए एवं पचास पैसे के सिक्कों में महात्मा गांधी की छवि अंकित हुई। डॉ. याल्विगी ने गांधीजी द्वारा संपादित पत्र -पत्रिकाआंs का भी अच्छा खासा संकलन कर रखा है। 'हरिजन' (अंगेजी ), 'नव जीवन ' (गुजराती), 'हरिजन सेवक ' (हिंदी ) तथा 'हरिजन ' (उर्दू) उनके संग्रहों की उपलब्धियाँ स्वरूप हैं।* लखनऊ की स्वाति गुप्ता ने भी गांधी केंद्रित डाक टिकटों का अच्छा संकलन बनाया है। यहाँ पर गांधी डाक टिकटों की प्रतिकृतियाँ प्रस्तुत हैं। *फ्री पेस 14 अक्तूबर,1988 में प्रकाशित लेख के आधार पर।
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