गांधी : एक रेखाचित्रीय दृष्टि |
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गांधी के व्यक्तित्व में एक चुंबकीय आकर्षण था। दुबला-पतला शरीर, घुटनों तक खादी धोती, आँखों में चश्मा, कमर में घड़ी, पैरों में अहिंसक चमड़े से निर्मित चप्पल, हाथ में लाठी। बस कुल मिलाकर इतना ही है गांधी का व्यक्तित्व। जिसने देश-विदेश के कलाकारों, चित्रकारों, मूर्तिकारों, व्यंग्यकारों को रिझा दिया। कार्टियर बेसन ने गांधी के हजारों चित्र बनाए, तो डेविड-लो ने गांधी का खूब व्यंग्य चित्रांकन किया। बेंद्रेs ने भी गांधी के रेखाचित्र हजारों की संख्या में बनाए, जो उनकी पुस्तक ` द स्टोरी ऑफ हिज लाइफ ` में संकलित हुइ। के.एम. अदीमूलम ने गांधी का अनेक सुंदर रेखांकन किया। सन् 1949 के आस-पास गर ट्रेडमेरे ने भी गांधी पर पर्याप्त रेखाचित्र बनाए। नंदलाल बोस व संतराज ने गांधी की अच्छी-अच्छी पेंटिंग्स बनाई तो धनपाल राय चौधरी, नेल्सन आदि मूर्तिकारों ने गांधी के विविध मुद्राओ को साकार किया। इस कृति में हम केवल व्यंग्य चित्रों को ही ले रहे हैं। वर्तमान राजनीतिज्ञों की दृष्टि में गांधी।
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