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खण्ड 1 :
कला-प्रेमी और विनोद

 

11. ‘तुम्हारे मुकाबले में आधा हूँ’

मीराबहन एक जल-सेना के अधिकारी की पुत्री हैं । गोलमेज-परिषद् के समय वे बापूजी के साथ थीं । एक भाई मीराबहन के पास आकर बोलाः मैं आपके पिताजी के मातहत 21 वर्ष रहा हूँ । मेरा दामाद ही गांधीजी के लिए बकरी का दूध लाता है । मुझे बापूजी के हस्ताक्षर दिला दीजिये ।’’

आखिर गांधीजी की और उस भाई की भेट हुई । वह बोलाः “आपको आपके काम में सफलता मिले । मैंने गत महायुद्ध में भाग लिया था । लेकिन फिर युद्ध हुआ तो उसमें भाग नहीं लूँगा । युद्ध भयानक कृत्य है । मैं युद्ध का विरोध करुँगा । जरुरत पडे़ तो जेल जाऊँगा और आपके ध्येय के लिए लडूँगा ।’’

“क्या तुम्हारे बाल-बच्चे हैं ?” गांधीजी ने पूछा ।

जी हाँ । चार बच्चे और चार बच्चियाँ हैं । कुल आठ हैं ।’’

“मेरे तो चार ही बच्चे हैं । तुम्हारे मुकाबले में आधा ही हूँ ।’’

गांधीजी हँस पडें और सबके पेट में हँसते-हँसते बल पड़ गये ।