| | |

खण्ड 3 :
विनम्र सेवक   
 

30. मसहरी कितनों को मिलती है ?

आश्रम में मच्छर बहुत परेशान करते थे । गांधीजी को ठीक नींद नहीं आती थी । किसीसे कहाः ‘‘इन मच्छरों का क्या किया जाय ? रात में बडी़ तकलीफ होती है ।’’

उस मित्र ने सुझायाः ‘‘आप मसहरी लगा लीजिये, बडा़ आसान उपाय है ।’’

गांधीजी सोचने लगे । फिर बोलेः ‘‘मसहरीवाला उपाय मैं जानता हूँ । लेकिन हिन्दुस्तान में कितने लोग मसहरी लगा सकते हैं ? जहाँ खाने को एक रोटी नहीं मिलती, वहाँ मसहरी कौन लगा सकता है ? ठण्ड और गरमी से लाखों लोग देश में मर रहे हैं । लाखों गाँवों में गरीब लोग गरमी का त्रास भोगते हैं । क्या उन सबके लिए सुलभ है ? सम्भव है ?’’

आगे जाकर किसी ने बापू से कहा कि मिट्टी का तेल बदन पर लगा कर सोये, तो मच्छर पास नहीं आते । बापू को खुशी हुई और फिर मिट्टी का तेल बदन पर चिपुड़कर सोने लगे